फितरत में ही नहीं है हर किसी का हो जाना, वरना न प्यार कि कमी थी न प्यार करने वालों की❤️ कभी मुहँ में उसका नाम तो कभी सिगरेट का साथ, भूल �
फितरत में ही नहीं है हर किसी का हो जाना, वरना न प्यार कि कमी थी न प्यार करने वालों की❤️ कभी मुहँ में उसका नाम तो कभी सिगरेट का साथ, भूल �